यूजीसी ने जारी किया तत्काल नोटिस विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने शुक्रवार को ऑनलाइन पीएचडी कार्यक्रमों को लेकर तत्काल नोटिस जारी किया।
यूजीसी ने तत्काल नोटिस जारी किया) और कहा कि एडटेक कंपनियों द्वारा विदेशी शिक्षण संस्थानों के सहयोग से पेश किए जाने वाले ऐसे कार्यक्रमों को मान्यता नहीं दी जाएगी। इसने छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करते समय विज्ञापनों के शिकार न होने की भी सलाह दी।
यूजीसी ने तत्काल नोटिस जारी किया) और कहा कि एडटेक कंपनियों द्वारा विदेशी शिक्षण संस्थानों के सहयोग से पेश किए जाने वाले ऐसे कार्यक्रमों को मान्यता नहीं दी जाएगी। इसने छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करते समय विज्ञापनों के शिकार न होने की भी सलाह दी।

UGC Issued Urgent Notice छात्रों को किया जा रहा सचेत
यूजीसी ने जारी किया तत्काल नोटिस, शिक्षा मंत्री ने दी बड़ी सलाह
आपको बता दें कि इस नोटिस में आगे कहा गया है कि इस परीक्षा में रुचि रखने वाले छात्रों से अनुरोध है कि प्रवेश लेने से पहले यूजीसी विनियम 2016 के अनुसार पीएचडी कार्यक्रमों को अच्छी तरह से पढ़ लें। इससे पहले कुलपति ममीडाला जगदीश कुमार ने बताया कि ऑनलाइन शिक्षा का बहुत बड़ा फायदा है, खासकर उन लोगों के लिए जो कॉलेजों में जाने में असमर्थ हैं। ऑनलाइन पढ़ाई उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है।
UGC Issued Urgent Notice ऑनलाइन शिक्षा के फायदे
ऑनलाइन शिक्षा आधुनिक डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाने के लिए काफी फायदेमंद है । यह शिक्षा काफी सस्ती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा को प्राप्त कर सकते हैं । यह छात्रों को उभरते हुए रोजगार बाजार में योग्य बनने में सक्षम बनाएगा ।
UGC Issued Urgent Notice एडमिशन लेते समय ध्यान रखें ये नियम
मार्च 2022 में आयोग ने यूजीसी विनियम 2016 में संशोधन का प्रस्ताव दिया और सुझाव दिया कि 60 प्रतिशत पीएचडी प्रवेश उन छात्रों द्वारा भरे जाएंगे जिन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा( UGC NET test) या यूजीसी नेट JRF परीक्षा उत्तीर्ण की है और शेष 40 प्रतिशत संबंधित विश्वविद्यालयों के माध्यम से एडमिशन ले सकेंगे ।
UGC Issued Urgent Notice विज्ञापनों के बहकावे में नहीं आने की सलाह दी
यूजीसी ने छात्रों और आम जनता को ऑनलाइन पीएचडी के विज्ञापनों से गुमराह नहीं होने की चेतावनी दी है । एडुटेक कंपनियों द्वारा विदेशी शैक्षिक संस्थानों के सहयोग से पेश किए जाने वाले कार्यक्रम के लिए छात्रों को सचेत किया गया है । छात्रों और आम लोगों को सलाह दी जाती है कि वे विदेशी शैक्षिक संस्थानों के सहयोग से एडुटेक कंपनियों द्वारा ऑनलाइन पीएचडी कार्यक्रमों के विज्ञापनों के बहकावे में नहीं आएं ।